23 वर्षों से संचालित सरकारी स्कूल मे सुविधाओ का अभाव: बिना बिजली गर्मी में बैठने के साथ साथ घर से बोतलो में पीने का पानी लाने को मजबूर मासूम बच्चे
अलावड़ा (रामगढ़, अलवर, राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) कस्बा अलावड़ा अंतर्गत सुलेमान बास में लगभग 23 वर्षों से संचालित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में आज तक भी बिजली की व्यवस्था नहीं होने के चलते बच्चों को गर्मियों के दिनों में कमरों के बाहर खुले बरामदे में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है और साथ ही विद्यालय में पीने की पानी की व्यवस्था का अभाव होने के चलते बच्चों को पीने के लिए अपने-अपने घरों से बोतलों में पानी लाना पड़ता है। जोकि कुछ ही समय बाद गर्म मौसम होने के चलते गर्म हो जाता है लेकिन मजबूरी में बच्चों को गर्म पानी पीकर ही गुजारा करना पड़ता है इस बारे में शाला के
प्रधानाध्यापक चेतराम गुर्जर ने बताया- कि 1999 से संचालित यह विद्यालय पूर्व में राजीव गांधी प्राथमिक विद्यालय के नाम से चलता था जिसका बाद में नाम बदलकर सुलेमान बॉस प्राथमिक विद्यालय रख दिया गया। इस विद्यालय में लगभग 70 बच्चे अध्ययनरत है जिसमें से अधिकतर बच्चे पीने के पानी के चक्कर में इधर-उधर भटकते रहते हैं। यूं तो ग्राम पंचायत द्वारा विद्यालय में हैंड पंप लगवाया गया था लेकिन उसमें भी कोई खराबी होने के चलते बहुत देर में पानी आने के कारण अनुपयोगी खड़ा है । इस हैंडपंप का पानी पीने के योग्य तो नहीं है लेकिन पोषाहार के बर्तन धोने अन्य कामों में काम आ सकता था । इसके चलते बच्चों को या तो घर से बहुत लोग पानी लाना पड़ता है या पानी पीने के लिए इधर उधर आसपास के घरों में भटकते रहते हैं।
साथ ही हमारे विद्यालय में आज तक भी विद्युत कनेक्शन का अभाव है मेरे द्वारा 4 वर्ष पूर्व बिजली की फाइल लगाई गई थी इसका डिमांड नोटिस ₹70000 आया जिसे विद्यालय जमा कराने में असमर्थ रहा और विभाग द्वारा भी नहीं कराए जाने के चलते फाइल निरस्त हो गई उसके बाद उन्हें प्रशासन गांव के साथ शिविर में फाइल लगाई गई थी उस पर भी आज तक विद्युत विभाग द्वारा डिमांड नोटिस जारी नहीं किया गया है। इस कारण से गर्मी के मौसम में बच्चों को बाहर बरामदे में खुले में बैठाकर पढ़ाना पड़ता है और अधिकतर बच्चे गर्मी के कारण हाफ टाइम में ही अपने बैग लेकर घरों को लोट जाते हैं।
गुर्जर ने बताया कि शाला बाउंड्री की पूर्व में एक दीवार नहीं होने के चलते बच्चे खुले में घूमते रहते थे अभी हाल ही में वर्तमान ग्राम पंचायत अलावड़ा द्वारा उस दीवार का एवं गेट का कार्य कराया गया है । जिससे अब बच्चों के खुले में घूमने पर अंकुश लग पाएगा। गौरतलब है कि एक तरफ तो सरकार सभी सरकारी विद्यालयों में सत प्रतिशत विद्युत कनेक्शन देने की बात करती है तो दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्र की ढाणियों में चल रहे स्कूलों में अभी भी सुविधाओं का अभाव स्पष्ट देखा जा सकता है।