पूठी के दंगल का अंतिम कामडा़ सोहना हरियाणा के लक्ष्मण पहलवान ने जीता
रामगढ (अलवर, राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) छठ माता के मेले के दौरान कुश्ती दंगल का आयोजन ग्रामीणों द्वारा कराया गया जिसमें ग्रामीणों की कुश्ती दंगल कमेटी द्वारा दोपहर 3:30 बजे से शुरू कुश्ती शुरू करा दी। पहले पहले 500 और ₹1100 की कुश्तियां कराई गई उसके बाद करीब 8-10 कुश्तियां5100 सौ और 6100 रु की कराई गई। अंत में तीन कुश्तियां 11- 11हजार रु की हुई और अंत में 31000 रु कि कुश्ती सोनू पहलवान और लक्ष्मण पहलवान निवासी सोना हरियाणा के मध्य हुई जिसमें अंतिम कामडा़ लक्षमण पहलवान ने जीता। अंतिम कामडा़ जीतने वाले लक्ष्मण पहलवान को ग्रामीणों की तरफ से शील्ड भेटकर साफा बांध सम्मान किया और 31000 नगद सहित कमेटी 1100 और पांच पांच सौ रुपए ईनाम के दिए।
पूठी गांव में लगने कुश्ती दंगल में खेलने के लिए हरियाणा के रोहतक,पंजाब ,राजस्थान, दिल्ली सहित दूरदराज क्षेत्र के पहलवान अपना दमखम दिखाने आए हुए थे।
कुश्ती दंगल को बिना किसी भेदभाव के कराने के लिए बानसूर क्षेत्र के शामदा सीनियर सेकंडरी विद्यालय के प्रधानाचार्य मुकेश यादव रामगढ़ थाने के हेड कांस्टेबल चंद्रपाल और चौमा सीनियर सेकंडरी विद्यालय में कार्यरत पीटीआई फजरु खान ने निर्णायक की भूमिका निभाई। कुश्ती दंगल को देखने के लिए एक अनुमान के अनुसार 10000 लोगों से अधिक दर्शक मौजूद रहे शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए रामगढ़ थाना से एएसआई बंसीलाल सहित पुलिस जाब्ता के साथ मौजूद रहे। और यादव समाज के युवा मण्डल ने शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग दिया इधर छठ माता के मंदिर के समीप लगने वाले मेले में तरह-तरह के खेल खिलौने खाने के व्यंजन झूले वगैरा रामगढ़ अलावड़ा मार्ग पर लगे हुए थे यहां शांति व्यवस्था बनाए रखने और आवागमन सुचारू बनाए रखने के लिए श्याम सखा मंडल के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
रामगढ़ क्षेत्र के पूठी गांव में छटमाता का मेला हर वर्ष लगता है जिसमें मेले के दौरान वर्षों से कुश्ती दंगल का आयोजन पूर्व में ग्रामीणों और ग्राम पंचायत के द्वारा कराया जाता था लेकिन पिछले 2 वर्षों से करोना महामारी के कारण मेला नही लगा और ना ही कुश्ती दंगल का आयोजन हो पाया और दूसरी तरफ पूठी गांव को रामगढ़ नगर पालिका में शामिल कर लिए जाने से इस बार लगने वाले मेेेेले और कुुुुश्ती दंंंंगल की जिम्मेदार छोटेेे से गांव पूूूूठी के लोगों ने बहुत खूूब निभाई। कुश्ती दंगल के दौरान किशोरी लाल यादव, रोशनलाल, कैलाश, पप्पू खींची पूर्व सरपंच, बनवारी नाथ, दौलत राम, दिनेश यादव, हैड कांस्टेबल सुरेन्दर यादव मेला और दंगल कमेटी सदस्य मौजूद रहे।