सरपंच पुत्र पर फिर लगा बेरहमी से मारपीट का आरोप: सरपंच धमकियां देकर कर रहा असभ्य भाषा का प्रयोग, लोगों में खौफ़ व आक्रोश
उदयपुर (राजस्थान/ मुकेश मेनारिया) भारत एक संवैधानिक देश है और संविधानिक व्यवस्था के तहत ही यहां पर प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि अपनी शक्तियों और दायित्वों का निर्वहन करते हुए आप जन को सुविधा पहुंचाने के साथ ही समस्या निराकरण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं लेकिन जब संवैधानिक पद पर बैठे जनप्रतिनिधि ही आमजन के लिए दुविधा या परेशानी का सबब बन जाए तो फिर क्या कहना ? आज हम बात कर रहे है, वल्लभनगर पंचायत समिति की ढावा ग्राम पंचायत के मुखिया की। इस सरपंच से ग्राम पंचायत के कई लोग परेशान हैं वही सरपंच पर भी कई प्रकरण तक दर्ज है सरपंच मदन लाल कीर असभ्य भाषा का प्रयोग करने से भी नहीं चूकते हैं यह सब कहना है ढावा पंचायत के ही लोगों का । दरअसल मामला इस प्रकार है कि सरपंच के पुत्र सहित कुछ लोगों की गैंग है जो आए दिन लोगों के साथ मारपीट कर भय फैलाने का काम कर रहे हैं जब इस बारे में सरपंच को उल्लाहना दिया जाता है तो वह भी असभ्य भाषा का प्रयोग करते हुए गाली गलौज व मारपीट करने के साथ ही देख लेने की धमकियां भी देता है । हाल ही में ऐसी ही घटना 21 दिसंबर 2022 को भी कारीत हुई जिसमें सरपंच पुत्र राजू उर्फ राजेंद्र कीर, उदय लाल व किशन लाल सभी जने वेणीराम कीर के साथ मारपीट कर रहे थे यह नजारा देख हमेर लाल ने बीच-बचाव कर छुड़वाया ।
घटना के बाद मामला पुलिस की चौखट तक पहुंचा जिसमें रिपोर्ट पीड़ित वेणी राम की पत्नी इंदिरा ने दर्ज करवाई और उसमें चश्मदीद गवाह हमेंर लाल जो मौका ए वारदात पर बीच-बचाव किया वह बना । घटना को लेकर बीच-बचाव करने वाले हमेंर लाल को सरपंच ने फोन कर असभ्य भाषा का प्रयोग करते हुए भद्दी भद्दी गालियां तक दे डाली जो किसी भी सभ्य व्यक्तित्व के लिए उचित नहीं । वही मारपीट में पीड़ित आरोपी की पत्नी इंदिरा ने पुलिस थाना डबोक में रिपोर्ट दर्ज करवा इंसाफ की मांग की है उसने रिपोर्ट में बताया कि उसके पति के साथ ढावा सरपंच के पुत्र राजू सहित तीन जनों ने बेरहमी से सरियो व लठ मारपीट की जिससे उसके पति के सिर में गंभीर चोटें आई वहीं पैर भी फ्रैक्चर हो गया जिसका इलाज करवाया जा रहा है,पीड़ित का कहना है कि पुलिस भी मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है जिसके आरोपियों के हौसले बुलंद हैं आपको बता दें कि इससे पूर्व भी सरपंच में समाज के क्षेत्र के ही सुरेश जोशी के साथ भी बेरहमी से मारपीट की थी जिसका भी प्रकरण अभी चल ही रहा है और कुछ माह बाद ही यह दूसरी घटना कारित कर दी जिससे मैं लोगों में आक्रोश है वही मदनलाल को सरपंच बनाकर अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं उल्लेखनीय है कि दूरभाष पर जब फोन के दौरान हमेंर लाल ने उसे सरपंच बनाने की बात कही तो सरपंच ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली देते हुए कहा कि तुम्हारे वोट से मैं सरपंच नहीं बना।