दहेज की मांग पूरी ना होने पर विवाहिता की हत्या करने का मामला बगड राजपूत पुलिस थाने में हुआ दर्ज
रामगढ़ (अलवर, राजस्थान) चार वर्ष पूर्व हुई शादी के बाद से दहज की मांग को लेकर पति और ससुराल पक्ष के लोग विवाहिता को कर रहे थे प्रताड़ित ।20 दिन पूर्व भी गला घोट कर हत्या करने का किया था प्रयास। बगड़ राजपूत थाने में मृतिका के परिजनों द्वारा कराई गई रिपोर्ट अनुसार बहादुरपुर कस्बे की बरफीना उम्र (25 वर्ष) पुत्री निजरू खान का विवाह 21अप्रैल 2022 को शहजपुर नगंली गांव के महबूब पुत्र रुस्तम खां के साथ विकास किया था। इसमें मृतका के परिजनों द्वारा अपनी क्षमता से अधिक दहेज गहना अंगूठी वगैहरा दिया था। लेकिन दहेज लोगों की दहेज की लालसा पूरी नहीं हुई और बोलेरो और ₹500000 की मांग करते हुए मृतका को प्रताड़ित करने लगे। व्हाट्सएप कहने लगे कि जब तक बोलेरो और ₹500000 नहीं दे देते इसी तरह मारते पीटते और प्रताड़ित करते रहेंगे इस बारे में अनेकों बार पंचायते हुई। पंच पटेलों के बीच में हर बार राजीनामा करके मामले को रफा-दफा कर दिया जाता और कहते कि अब प्रताड़ित नहीं करेंगे।अभी है ही में 5 दिसंबर 2022 को अमृत का बर्फी ना के पति महबूब द्वारा गला घोट कर हत्या करने का प्रयास किया गया लेकिन अमृत का किस्मत अच्छी थी कि जो वह बच गई उसके द्वारा बगर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर समझा-बुझाकर मामले को रफा-दफा कर दिया उसके बाद आज प्रातः 5ः30 बजे महबूब द्वारा बर्फी ना के घर सूचित कर कहा कि इसको गोहरे ने काट लिया है मैं इलाज के लिए अलवर ले जा रहा हूं। सूचना पर बरफिना के परिजन अलवर जाने लगे और महबूब से पूछा कि कौन से हॉस्पिटल में है तो उसने कहा कि मैं वापस ले जा रहा हूं इसका इंतकाल हो गया है। घर जाने पर हमने उसकी हालत देखी तो उसके गले पर रस्सी से मारने के निशान और पैरों में रस्सी बंधी हुई मिली। और पैर के पास धारदार वस्तु ब्लैड के कट के निशान मिलने पर हमने वहां मौजूद लोगों को दिखाया उनके द्वारा महबूब से पूछने पर उसने लोगों के सामने अपनी गलती कबूल की और थोड़ी देर में महबूब और उसके परिवार जन वहां से फरार हो गए।