सीएचसी में नहीं हो रही डेंगू की जांच, 3 साल की बच्ची में डेंगू की पुष्टि जयपुर भर्ती
रिकार्ड के अनुसार डेगू का तीसरा मरीज
पहाड़ी (भरतपुर, राजस्थान/ भगवानदास) पहाड़ी इलाके में बुखार के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। एक तरफ सरकारी अस्पताल में जहां अब तक एक भी डेंगू के मरीज के नहीं आने का दावा किया जा रहा है वहीं स्थानीय निवासी डेंगू के खौफ के चलते इलाज के लिए बड़े शहरों का रुख कर रहे हैं। जहां जांच रिपोर्ट में डेंगू और प्लेट्लेट कम होने की पुष्टि भी सामने आ रही है।कस्बे में दर्जनों बच्चे और बड़े बुखार से पीडि़त हैं। वार्ड नंबर -6 में रहने वाली 3 साल की बच्ची निधि शर्मा के डेंगू पॉजिटिव होने की पुष्टि जयपुर में हुई है। बालिका का उपचार जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में चल रहा है। जिसका डेंगू पॉजिटिव एलाइजा टेस्ट में सामने आया है। वहीं कस्बे के वार्ड छह की 15 वर्षीय बालिका लवली की भी हाल ही में डेंगू के संदिग्ध मरीज के तौर पर मौत हो चुकी है।
बालिका बुखार से पीडि़त थी। वही भरतपुर मे मीनाक्षी 13 पुत्री रोहताश का इलाल भरतपुर मे जारी है।
कस्बे की सीएचसी में डेंगू की जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है। डेंगू जांच के दो तरीके हैं। एक जांच रैपिड कार्ड से होती है, जिसमें आईजीजी / आईजीएम की जांच होती है। कई निजी अस्पताल रैपिड कार्ड जांच में आईजीजी पॉजीटिव होने पर ही रोगी को डेंगू पॉजीटिव मान लेते हैं। खून लेकर की गई इस जांच में पुराने एंटीबॉडीज का इंफेक्शन भी दिखाई देता है, जबकि जांच में नया इंफेक्शन सामने आना चाहिए। यानी पॉजीटिव होना चाहिए।
डेंगू रोग का पता लगाने के लिए सरकार की ओर से एलाइजा टेस्ट को ही सही माना गया है। ये टेस्ट एलाइजा रीडर से किया जाता है। इसमें खून के नमूने से इंफेक्शन की मात्रा की रीडिंग की जाती है। लेकिन पहाड़ी के अस्पताल में इनमें से कोई सी भी जांच नहीं हो रही। सिर्फ सीबीसी जॉच के आधार पर प्लेट रेट कम मानते ही उसे डेगू बताकर उसे बाहर की दबाई लिख दी जाती है यही कारण है कि अब तक यहां डेंगू का एक भी मरीज सामने नहीं आने का दावा किया जा रहा है।
अस्पताल में बुखार और प्लेट्लेट कम होने के मरीज लगातार आ रहे हैं। अस्पताल में सुविधा न होने व डेंगू के खौफ के चलते लोग इलाज को लेकर सावचेती बरतने लगे हैं। इसके लिए वो बड़े शहरों की तरफ भाग रहे हैं। गत दिनो लब्बली की मौत की खबर प्रकाशित होने से उसके दूसरे दिन चिकित्सा विभाग हरकत मे आया जिसमे कुछ गली मोहल्लो मे फोगिग कराके खानापूर्ति कर दी है। वही प्राईवेट लैव संचालक मरीजो को दबाई लिखकर मरीज के जीवन से खिलवाड करने मे जुटे हुए है। हालाकि चिकित्सा विभाग का कहना हमारे पास इस तरह की कोई शिकायत नही आई है।
डॉ. मोहनसिंह (चिकित्सा प्रभारी सीएचसी पहाड़ी) का कहना है कि:- अस्पताल में डेंगू जांच की व्यवस्था नहीं है और न ही हमारे यहां अभी तक कोई डेंगू का मरीज सामने आया है। मरीजों में प्लेट्लेट कम होने की शिकायते जरुर सामने आ रही हैं। सीबीसी की जांच हो रही है।