पाइप लाइन डालने की 2 साल बाद भी पांहोरी के 300 परिवारों को नहीं मिला रहा पीने का पानी
आम रास्तों में कीचड़ के चलते रास्ता निकलना बना मुश्किल
ड़ीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन) ड़ीग उप खंड के गांव पांहोरी में जंहा आम रास्तो मे कीचड़ और जलभराव के चलते लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है। वही आधे गांव में चंबल की पाइप लाइन डल जाने के बावजूद जलदाय विभाग द्घारा कनेक्शन नहीं दिए जाने के कारण गांव के लोगों को प्यास बुझाने के लिए डेढ़ किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है।
ग्राम पंचायत पांहोरी के वाशिन्दों ने बताया है कि गांव पांहोरी के धुनारा और बारा थोको में जलदाय विभाग द्वारा चंबल की पाइप लाइन बिछाने के लिए गांव के खरंजो को खोदकर लाइन डालने के बाद खोदी गई सड़क को ठीक नही कराया है। जिससे आम रास्ते उबड़ खाबड़ हो गए हैं।वही घरों से निकलने वाला गंदा पानी इन रास्तो में भरने से यहां जलभराव और कीचड़ की समस्या खड़ी हो गई है। जिसके चलते लोगों का रास्ता निकलना मुश्किल हो रहा है। वही इन रास्तो पर होकर आवागमन के दौरान स्कूल जाने वाले बच्चे और पानी लाने वाली महिलाएं आए दिन कीचड़ में फिसलकर चोटिल हो रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया है कि जलदाय विभाग ने इन दोनों थोको में चंबल की पाइप लाइन तो डाल दी है। लेकिन ग्रामीणों को पानी के कनेक्शन नहीं दिए हैं ।जबकि क्षेत्र में पीने के पानी का अभाव है। जिसके चलते इस क्षेत्र के बाशिंदों को प्यास बुझाने के लिए करीब डेढ़ किलोमीटर दूर से पानी ढोकर लाना पड़ रहा है।
ग्राम पंचायत पांहोरी की सरपंच बिज्जो देवी ने बताया है कि गांव पांहोरी में चंबल की पाइप लाइन डालने के दौरान ठेकेदार ने गांव के सभी रास्ते खोदकर खराब कर दिए हैं। जिसके चलते इन उबड़ खाबड़ रास्तो पर होकर वाहनों का निकलना तो दूर लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो रहा है । सरपंच ने बताया है कि चंबल की लाइन बिछाने के बाद जलदाय विभाग द्वारा करीब दो वर्ष गुजर जाने के बाद भी ना तो रास्तो को ठीक कराया है। और ना गांव के धुनारा और बारा थोक के वाशिन्दों को पानी के कनेक्शन दिए हैं। जिसके चलते इन दोनों थोको के करीब 300 परिवारों की महिलाओं को रोजाना करीब डेढ़ किलोमीटर दूर से सिर पर पानी ढोकर लाना पड़ रहा है। सरपंच का आरोप है कि वह कई बार जलदाय के अधिकारियों को इन दोनों समस्याओं से अवगत करा चुकी है। पर अधिकारियों द्वारा समस्यायो का निराकरण नहीं किया जा रहा है।