नर्सिग स्टाफ के भरोसे सरकारी अस्पताल , नही हो रही सुनवाई
बयाना भरतपुर
बयाना,08 सितम्बर। निकटवर्ती गांव बृहमबाद स्थित राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक का पद काफी समय से रिक्त होने के कारण यह अस्पताल अब नर्सिग कर्मियो के भरोसे व मरीज भगवान भरोसे है। जबकि सरकार की ओर से आमजन और मरीजो तथा प्रसूता महिलाओ आदि के लिऐ अनेको कल्याणकारी योजनाऐ व निशुल्क दवा जांच एवं उपचार योजनाऐ चला रखी है। जिन्हे लेकर सरकार व विभाग की ओर से बडे बडे दावे भी किये जाते है। गांव बृहमबाद स्थित इस राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से आस पास के दर्जनो गावो ग्रामीण मरीज जुडे हुऐ है। जिनकी सुविधा के लिऐ सरकार की ओर से यह अस्पताल कई साल पूर्व स्थापित किया गया था। किन्तु ग्रामीणो का कहना है कि यह अस्पताल ग्रामीणो व जरूरतमंद मरीजो के लिऐ केवल दिखावटी बनकर रह गया है। इस अस्पताल में बर्षाे से न तो चिकित्सक है ना ही अन्य सुविधाऐ ही उपलब्ध है। बिडिल्ंग की हालत भी काफी खराब है। फार्मासिस्ट सहित कई पद रिक्त पडे है। चिकित्सक सहित अन्य रिक्त पदो पर नियुक्ती बावत निर्वाचित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियो सहित विभागीय अधिकारियो को कई बार अवगत कराया गया है। किन्तु अभी तक कोई सुनवाई नही हो सकी है। जिसकी वजह से प्रसूता महिलाओ एवं मरीजो को काफी परेशानीयो का सामना करना पड रहा है। उन्हे उपचार के लिऐ बयाना भरतपुर अथवा आगरा जाना पडता है या फिर गांवो में जमे बैठे झोलाछाप चिकित्सको से अपनी महनत की गाढी कमाई देकर उपचार लेना पडता है। जिसमें मरीज की जान जोखिम में पडने की संभावना बनी रहती है।
बयाना से संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट