विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल में हुआ पौधारोपण
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) विश्व प्रकृति दिवस के मौके पर आज अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल में पौधारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। बाबूलाल जाजू एवं महेश नवाल कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहे। अरिहंत एजुकेशन सोसाइटी के चेयरमैन नरेंद्र कोठारी ने बच्चों को पर्यावरण का महत्व समझाते हुए पौधारोपण किया। मुख्य अतिथि बाबू लाल जाजू ने कहा कि पेड़ प्रकृति की अनुपम देन है। पेड़ एक देश की बहुमूल्य संपदा होते हैं, जहां पर पेड़ अधिक मात्रा में होते हैं। वहां की जलवायु स्वच्छ होती है। विद्यालय भवन के निर्माण की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे भवन में सूर्य की रोशनी एवं प्राकृतिक हवा बनी हुई है, जिससे बच्चों एवं शिक्षकों में प्रकृति से जुड़ाव का अनुभव होता है।
मुख्य अतिथि महेश नवाल द्वारा कोठारी नदी का इतिहास बताया गया और साथ ही उन्होंने विभिन्न प्रकार के पौधे एवं नदी के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि प्रकृति में हर एक जीव दूसरे जीव पर आधारित है और यही प्रकृति का संतुलन बनाए रखते हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम प्रकृति में मौजूद हर एक जीव की रक्षा करें। अरिहंत हॉस्पिटल के सदस्य अजय चोरडिया ने कहा की जब तक पृथ्वी पर पेड़ों का अस्तित्व है तब तक ही मानव सभ्यता का अस्तित्व है। इसलिए हमें पेड़ों की सुरक्षा करनी होगी। इस दौरान हेमंत बाबेल, मनीष सेठी, पंकज सूर्या सहित अरिहंत हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर, अरिहंत एजुकेशन सोसायटी एवं महावीर नवयुवक मंडल के गणमान्य सदस्य मौजूद रहे।
अशोक कोठारी ने कहां कि विद्यालय में आने वाली पीढ़ी के भविष्य का निर्माण होता है और आज विद्यालय में पौधारोपण कर आने वाली पीढ़ी के लिए एक स्वस्थ वातावरण का निर्माण किया जा रहा है। महावीर नवयुवकमंडल के अध्यक्ष हेमंत बाबेल ने कहा कि कोविड-19 के इस दौर में हम सभी को पर्यावरण एवं पर्यावरण संरक्षण का महत्व समझ आया है। उन्होंने कहा कि अब समय है कि हम पर्यावरण की अधिक से अधिक देखरेख करें ताकि आने वाले समय में किसी को भी ऑक्सीजन की कमी ना हो।
इस मौके पर अतिथियों एवं स्कूल के शिक्षकों द्वारा विद्यालय परिसर में 30 पौधे रोपित किए गए। विद्यालय की प्रधानाचार्य चंदा गहलोत ने सभी सम्मानीय अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी बच्चों से अधिक से अधिक पेड़ लगाने एवं पर्यावरण की रक्षा करने का संदेश दिया। गहलोत ने कहा कि आने वाले समय में भी विद्यालय परिसर में अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर उनकी देखभाल का कार्य किया जाएगा।
स्कूल के प्रवक्ता शुभम जैन ने बताया कि इस मौके पर कोविड-19 की गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। वही पूरे कार्यक्रम को फेसबुक एवं माइक्रोसॉफ्ट टीम्स के जरिए लाइव प्रसारित किया गया। कार्यक्रम में अनीता बोरदिया एवं स्नेहा जैन द्वारा कविता प्रस्तुत की गई एवं राम माली और मुबारक हुसैन द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन आस्था बगड़ा द्वारा किया गया।