वेबीनार में नारी सौंदर्य और आभूषण विषय पर शोधपरक जानकारी दी
उदयपुरवाटी (झुन्झुनू,राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) इंटरनल क्वालिटीएस्युरेंस सेल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय वेबीनार में रविवार को नारी सौन्दर्य और आभूषण,अध्यात्मिक, वैज्ञानिक व ज्योतिषीय कारण तथा महत्व’ विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया।रतनगढ़ निवासी व मुंबई प्रवासी डॉ प्रकाश सोनी ने अपने शोध पत्र में आभूषणों के बारे कई प्रकार की शोध परक जानकारियां दी।उन्होंने बताया कि महिलाओं द्वारा आभूषण धारण करना मात्र धार्मिक कारण या रीति रिवाज ही नहीं है अपितु प्रत्येक गहने का आध्यात्मिक, यौगिक, ज्योतिषीय व वैज्ञानिक कारण भी है।सोने, चांदी व हीरे आदि के गहने जैसे नथ, कुंडल, मंगलसूत्र, हार, बाजुबंद, करधनी, चूड़ियां, पायल, बिछिया आदि पहनने के अंग व इनसे मिलने वाले फायदों के बारे में जानकारी दी। अध्यक्षता कर रहे डॉ.देसराज ने प्रस्तुत शोध को बहुत ही उपयोगी,सारगर्भित और समसामयिक बताया। वेबीनार में देश-विदेश के कई विद्वानों ने अपना शोध पत्र गुगल मीट पर वच्र्युअल माध्यम से पेश किया।
डॉ. प्रकाश सोनी अब तक 10 से अधिक पुस्तकें लिख चुके हैं।अनेक पत्र-पत्रिकाओं में उनके लेखों का निरंतर प्रकाशन होता रहा है। वे राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय सेमिनारों में संस्कृत,योग और समसामयिक विषयों पर कई शोध पत्रों का वाचन कर चुके हैं।ढ़ाई लाख से अधिक लोगों को पिछले बीस वर्षो में योग का प्रशिक्षण विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, रिमांड हॉम, बालसुधार गृह,पुलिस स्टेशन, क्लब,सामाजिक,धार्मिक आयोजनों,टीवी चैनल,यूट्युब चैनल आदि माध्यम से दे चुके हैं। कोरोना काल में कई देश-विदेश के लोगों को ऑनलाइन ओर ऑफलाइन योग के माध्यम से स्वस्थ कर चुके हैं।उन्होंने कई फिल्मों,टीवी सीरियल में भी अभिनय किया है। गत 13 वर्षों से स्वर्णकार सेतु पत्रिका का सफल संपादन कर रहे है। उनके अनेक कार्यक्रम संस्कार, आस्था, सत्संग, श्रद्धा आदि टीवी चैनलों पर प्रसारित हो चुके है।समाजसेवा के कार्य करने से कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित भी हो चुके हैं।इसी वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सरकार द्वारा सम्मानित हुए हैं।