गुप्त बात प्रकट करना हत्या जैसा अपराध -मुनि अतुल
भीलवाड़ा (राजस्थान/बृजेश शर्मा) महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण आज्ञानुव्रती शासन श्री मुनि रविन्द्र कुमार एवं मुनि श्री अतुल कुमार काशीपुरी दिलीप रांका के निवास स्थान पर विराजित है ।रात्रिकालीन प्रवचनों की श्रृंखला के अंतर्गत मुनि श्री अतुल कुमार ने कहा द्वेष भावना से वशीभूत होकर किसी इंसान के गुप्त मर्म को सार्वजनिक रूप से उजागर करना घिनौना अपराध है । इससे दुसरे के विश्वास की घात तो होती ही है साथ में रिश्ते कांच की भांति चूर चूर हो जाते है । एक इज्जतदार व्यक्ति सब कुछ सहन कर सकता है किंतु अपमानित जीवन बर्दाश्त नहीं कर सकता है।
एक दृष्टांत के माध्यम से मुनि श्री ने बताया गुप्त रहस्य उजागर करने से पूरा परिवार सुसाइड कर लेता है । प्रवचन में अमित महता, अशोक बुरड़, निर्मल सुतरिया, प्रकाश कावड़िया, सागर बाफना, राजेंद्र पोरवाल, मधु ओस्तवाल, सुधा पोरवाल, महक पोरवाल, यत्न हिरण, लक्ष्मी सिरोहिया, नमन ओस्तवाल, बाबू लाल बोहरा, रजत बोहरा, नेहा ओस्तवाल, माणक चोरड़िया आदि उपस्थित थे ।