अध्यात्म का सोपान नीवी तप अनुष्ठान,नवरात्रि के पर्व पर आध्यात्मिक अनुष्ठान
भीलवाड़ा / बृजेश शर्मा
महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के पावन प्रवास स्थल तेरापंथ नगर में शुक्रवार को अखिल भारतीय तेरापंथ महिला के निर्देशन में तेरापंथ महिला मंडल भीलवाड़ा द्वारा नवरात्रि के पर्व पर आध्यात्मिक अनुष्ठान *"नीवी तप*" रखा गया।
मिडिया प्रभारी नीलम लोढा ने बताया की नीवी ब्राह्य तप है, निर्जरा का एक भेद है,रस परित्याग है। दिन में एक बार एक ही आसन पर बैठकर विगय रहित भोजन जिसमे दूध ,दही,घी , गुड़, चीनी कड़ाई विगय आदि के प्रत्याख्यान के साथ ही रात्रि भोजन और सचित्त का त्याग किया जाता है। आत्म निर्जरा के लक्ष्य हेतु किये जाने वाले इस तप से कई अशुभ कर्मों का नाश होता है। पूज्य प्रवर द्वारा सामूहिक रूप में नीवी तप का प्रत्याख्यान कराया गया। अध्यात्म नगरी में आयोजित इस अनुष्ठान में भीलवाड़ा और बाहर से समागत श्रद्धालु श्रावक सहित कई समाज बन्धुओं ने भाग लिया। अतिउत्साह और प्रसन्न मन से आपसी सौहार्द्र और प्रेम के साथ लगभग 225 श्रावक श्राविकाओं ने इसमें सहभागिता निभाई। महिला मंडल की कार्यकारिणी बहनों की व्यवस्था के प्रति सक्रियता और जागरूकता से ये अनुष्ठान सफल रहा। राष्ट्रीय सहमंत्री नीतू ओस्तवाल, ट्रस्टी प्रकाश तातेड, परामर्शक लता गोयल की गरिमामय उपस्थिति रही। तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्षा मीना बाबेल के नेतृत्व में नीवी तप संयोजिका यशवंत सुतरिया, शोभना सिरोहिया ने अथक श्रम और समय नियोजन करते हुए इस अनुष्ठान को सफल बनाने का प्रयास किया । बाहर से समागत बहनों ने भीलवाड़ा महिला मंडल के प्रति प्रमोद भावना व्यक्त की।
मंत्री रेणु चोरड़िया ने पूर्ण उत्साह का परिचय दिया।
भोजन व्यवस्था समिति के संयोजक सुमित चोरड़िया, प्रदीप भंडारी एवं टीम ने पूर्ण सहयोग प्रदान किया। आचार्य श्री महाश्रमण जी की अनुकम्पा से अभातेमम के नवीन कार्यकाल में भीलवाड़ा में आयोजित ये अनुष्ठान निश्चित रूप से अन्य शाखा मंडलों के लिए शुभ संकेत होगा।