योग समिति ने पौधारोपण के साथ मनाया गुरु पूर्णिमा पर्व
किशनगढ़ बास (अलवर, राजस्थान/ श्याम नूरनगर) बीबीरानी में गुरु पूर्णिमा पर्व प्रतिवर्ष आषाढ़ मास की पूर्णिमा को पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है, यह पर्व शिष्य का गुरु के प्रति अनन्य प्रेम का पर्व है, हमारे यहां गुरु एवं शिष्य के रिश्ते को बहुत ही पवित्र माना गया है आज इस अवसर पर योग समिति द्वारा पीपल के पौधो का रोपण कर गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया गया।
इस अवसर पर योगाचार्य दिनेश ने कहा कि मनुष्य के सीखने के पांच प्रमुख स्रोत होते हैं, माता पिता, गुरु, पुस्तक, प्रकृति एवं स्वयं होता हैं, इनमें से किसी एक का भी अभाव होने से असफलता हाथ लगती है, इसमें भी गुरु का स्थान सर्वोच्च है। गुरु वह है जो किसी सामान्य व्यक्ति की अंतरात्मा को जगा दें व आत्म-परिचय करा दें। योगाचार्य ने कहा कि गुरु तो मार्गदर्शक है, चलना तो स्वयं को ही पड़ता है, इस पावन अवसर पर गुरु शिष्य की प्राचीन एवं पावन परंपरा को पुनर्जीवित करने का हमें प्रयास करना चाहिए। इस अवसर पर रविंद्र सिंह, भीम सिंह, मोहित, नवीन आदि उपस्थित रहे ।