थर्मल स्क्रिनिंग थर्मामीटर के अभाव में नही रूकती है रोडवेज बसें, यात्री परेशान, रोडवेज को नुकसान
बयाना,भरतपुर
बयाना 02 जुलाई। लाॅकडाउन के चलते महीनों से बंद पडी लम्बी दूरी की कुछ रोडवेज बसें अनलाॅक के बाद शुरू तो की गई है। किन्तु संबंधित अधिकारीयों की मनमानी व अदूरदर्शिता के चलते इन बसों की सुविधा का पर्याप्त लाभ रोडवेज यात्रीयों को नही मिल पा रहा है। जिससे रोडवेज निगम को भी राजस्व की हानि हो रही है। अनलाॅक शुरू होने के बाद बयाना जयपुर के बीच चलने वाली रोडवेज बसों में से अब तक मात्र आधा दर्जन रोडवेज बसों का पुनः संचालन शुरू किया जा सका है। जिनमें से 3 बसें जयपुर के वैशाली नगर डिपों की ओर से संचालित की जा रही है। किन्तु इन बसो के परिचालको को अभी तक थर्मल स्क्रिनिंग थर्मामीटर उपलब्ध नही कराए जाने से इन तीनो बसों में चढने उतरने वाले यात्रीयों की स्क्रिनिंग नही हो पाती है। इस सुविधा के अभाव में यह बस जयपुर व बयाना के बीच में पडने वाले कस्बा वैर, भुसावर व बालाजी मोड, आदि बस स्टैंडों पर नही रूक पाती है। जिससे इन स्थानों को जाने वाले व इन्ही बस स्टैंडों से चढने वाले रोडवेज यात्रीयों को इन तीनों रोडवेज बसों का कोई लाभ नही मिल पा रहा है। वहीं रोडवेज को यात्रीयों से मिलने वाले राजस्व की भी हानि हो रही है। यह तीनों रोडवेज बसें प्रतिदिन एक एक बार जयपुर से बयाना व बयाना से जयपुर तक आती जाती है। इस मामले को लेकर जब वैशाली नगर रोडवेज डिपों के मुख्यप्रबंधक से इस से संवाददाता ने दूरभाष सम्पर्क कर जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि उनके यहां थर्मल स्क्रिनिंग थर्मामीटर उपलब्ध नही है। अगर कोई दानदाता यह थर्मामीटर उन्हें उपलब्ध करवा दे तो वह रोडवेज बसों के परिचालकों को भी यह थर्मामीटर उपलब्ध करवाकर यात्रीयों को प्र्याप्त सुविधा भी दिलवा सकते है। फिलहाल कुछ स्थनों पर स्क्रिनिंग का अभाव होने से वहां से यात्री चढाए उतारे नही जाते है। रोडवेज निगम के एक उच्चाधिकारी के गैर जिम्मेदाराना जबाब से ही उनकी कार्यशैली व कर्तव्य के प्रति जबाब देही का भी आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है।
- बयाना संवाददाता राजीव झालानी